कोरोना पॉजिटिव: पीड़ित के आसपास वाले दो और गांव लॉकडाउन, तीनों छावनी में तब्दील
वाराणसी प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिव मिले युवक के गांव के अलावा पास के दो और गांवों को लॉकडाउन कर दिया है। वहां किसी के भी आने जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। गांव के सभी लोगों की स्कैनिंग की जा रही है। गांव छावनी में तब्दील हो गया है। बॉडी सूट के साथ स्वास्थ्य विभाग का अमला पहुंचा हुआ है। रविवार को पीड़ित की पांच साल की बेटी सहित परिवार के 6 लोगों का सैंपल लिया गया है। थर्मल स्कैनिंग में सभी की रिपोर्ट निगेटिव है। कोरोना रिपोर्ट आने के बाद मामला स्पष्ट होगा।
गांव में पुलिस के 93 जवानों की तैनाती की गई है। 31 जवानों की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई जा रही है। इसके साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए तीन टीमें लगी हैं। टीम के सदस्य लाउडस्पीकर से लोगों को जागरूक कर रहे हैं। प्रशासन से 13 लोग ड्यूटी पर लगाए गए हैं। हर ग्रामीण को स्कैन किया जा रहा है। इन गांवों की आबादी क्रमश: 3421, 5694 और 1678 है। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव के सभी लोगों की स्कैनिंग कर रही है।
युवक दुबई से दिल्ली आने के बाद ट्रेन से वाराणसी आया। इसके बाद आटो से घर आया। उससे मिलने वालों में पिता भी थे। बेटे से मिलने के बाद पिता दो दिन तक पास के गांव में लूम पर काम करते थे। वह नाइट ड्यूटी में थे। उनके साथ चार और लोग काम करते हैं। ये सभी आसपास के गांवों के ही हैं। ये कर्मचारी अपने गांवों में कई और लोगों से भी मिले हैं। इस कारण प्रशासन ने तत्काल लूम को बंद करा दिया है। इसके बाद चारों कर्मचारियों के गांवों को लॉकडाउन करा दिया। वहां पर आने जाने वाले लोगों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। गांवों को सेनेटाइज किया जा रहा है। पिता के साथ लूम में करने वाले चारों कर्मचारियों की स्क्रीनिंग की गई है। उनकी स्थिति सामान्य है और उन्हें एक सप्ताह घर में ही रहने का निर्देश दिया गया है।
कोराना का पॉजिटव मरीज मिलने के बाद से ही क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। युवक का इलाज जिला अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में चल रहा है। दुबई से वाराणसी अपने घर आने के बाद पीड़ित अपने परिवार के छह लोगों से मिला है। इसमें उसकी मां, पिता, पत्नी, 5 महीने की बेटी, भाई और 15 साल की भांजी है। इस कारण स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को इन सभी छह लोगों का का सैंपल लिया। सभी सैंपल जांच के लिए बीएचयू के माइक्रोबायोलोजी विभाग में भेजा गया है। हालांकि राहत की बात यह है कि परिवार के जिन लोगों का कोरोना का सैंपल लिया गया है, उनकी पहले थर्मल स्कैनर से जांच हुई है। सभी की रिपोर्ट निगेटिव है।
जिस ऑटो से घर आया उसकी पहचान हुई
जिस ऑटो चालक ने कोरोना पीड़ित युवक को उसके गांव पहुंचाया था, उसकी भी पहचान हो गई है। जो इसी थाना क्षेत्र का निवासी है। उसकी भी डॉक्टरों की टीम द्वारा जांच की गई है। उसे घर पर ही रहने की हिदायत दी गई है। उक्त जानकारी पीएचसी प्रभारी डॉ एच सी मौर्य ने दी।
पूरे गांव को किया गया सेनेटाइज
पिंडरा संवाददाता के अनुसार मरीज में कोरोना की पुष्टि के बाद शनिवार की रात से पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट हो गई । देर रार तक एसडीएम पिंडरा मणिकण्डन ए के नेतृत्व में गांव की सीमाएं सील की गई। सुबह स्वास्थ्य विभाग का अमला गांव पहुंचा और पूरे गांव को सेनेटाइज किया गया। इसके अलावा गांव के लोगों को जागरूक किया गया। सभी को घर में रहने की हिदायत दी गई। सीएमओ डॉ. बीबी सिंह भी गांव की स्थिति को देखने पहुंचे थे।
15 दिन तक घर में रहने का दिया निर्देश
पुलिस और प्रशासन ने बेरिकेडिंग लगाकार गांव की सीमाओं को सील कर दिया है। वहां पर किसी को आने-जाने नहीं दिया गया। इसके अलावा पीड़ित परिवार के सदस्यों को भी हिदायत दी गई कि किसी भी हाल में 15 दिन के पहले घर के बाहर न निकलें और घर में पीड़ित के जितने भी कपड़े है या परिवार के अन्य सदस्यों के कपड़े हैं, उन्हें गरम पानी से डिटर्जेंट से अच्छी तरह साफ किया जाय। इसके साथ उन्हे सिर्फ दाल चावल ही खाने की हिदायत दी गई है।
अधिकारी भी मुस्तैद
एसडीएम पिंडरा मणिकण्डन ए , सीएमओ डॉ बीबी सिंह, तहसीलदार रामनाथ,प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पिंडरा डॉ हरश्चिंद्र मौर्य,डॉ पीयूष राय,डॉ सौरभ,डॉ वीरेंद्र सहित दर्जनों स्वास्थ्यकर्मी अपने कार्य में मुस्तैदी से लगे रहे। पुलिस विभाग के लोग भी सीमाओं पर तैनात रहे और लोगो को गांव में आने जाने से जिम्मेदारीपूर्वक रोकते रहे। विधायक डॉ. अवधेश सिंह ने भी ग्रामीणों से प्रशासन के सहयोग करने की अपील की।