बनारस आजमगढ़ भी लॉकडाउन, जानिये क्या-क्या खुलेगा और किन पर होगी पाबंदी
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण वाराणसी आजमगढ़ समेत यूपी के 15 जिलों को अगले तीन दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। सोमवार 23 मार्च से 25 मार्च तक के लिए इन जिलों को लॉकडाउन करने की घोषणा रविवार की शाम खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने की। यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। लोगों से अपील की गई है कि बहुत जरूरी होने पर ही घरों से निकले।
लॉकडाउन को देखते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने देर शाम बताया कि इस दौरान कौन कौन सी सेवाएं, दुकान और प्रतिष्ठान खुले रहेंगे और किसे खोलने पर पाबंदी लागू होगी। यह भी बताया कि कौन कौन से सरकारी निजी दफ्तर खुलेंगे और कौन कौन से बंद रहेंगे। रविवार की तरह लोगों की आवाजाही बंद रहेंगी। केवल बेहद जरूरतमंद लोग ही बाहर निकल सकेंगे। काम निपटाने के बाद तुरंत वापस चले जाएंगे। सभी बस, ऑटो, ई-रिक्शा आदि बंद रहेंगे। मरीजों, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट जाने की किसी को जरूरत है तो अलग से विशेष अनुमति पर ही चल सकेंगे।
यह दुकानें/प्रतिष्ठान खुल सकते हैं।
अनाज, गल्ला, किराना, जनरल स्टोर, दूध, सब्जी, फल, दवाई, पैथोलॉजी लैब, रसोई गैस, पेट्रोल पंप, सीएनजी स्टेशन, ट्रांसपोर्ट, लॉजिस्टिक्स, कूरियर, वेयर हाउस, कोल्ड स्टोरेज खोले जा सकते हैं। इनसे जुड़े कार्यालय भी खोले जा सकते हैं।
यह कार्यालय/प्रतिष्ठान खोले जा सकेंगे
बैंक, एटीएम, बीएसएनएल और प्राइवेट मोबाइल कंपनी के आफिस, बीमा कंपनी आफिस, डेयरी, मिल्क प्लांट, दुकान, स्वास्थ्य उपकरण, सोप, सेनेटाइज बनाने वाली फैक्ट्री खुले रहेंगे।
इसके अलावा यह भी दफ्तर खुले रहेंगे
पोस्ट आफिस
ई कॉमर्स डिलीवरी आफिस
बिजली विभाग के सभी आफिस
पशु चारा गोदाम/ दुकान
गैस एजेंसी
दूरदर्शन, आकाशवाणी
न्यूज़पेपर, मीडिया के आफिस और प्रेस
प्राइवेट अस्पताल
स्वास्थ्य विभाग के दफ्तर
सभी अस्पताल, सभी हेल्थ फैसिलिटी सेंटर
नगर निगम के सभी कार्यालय
कैंट बोर्ड के सभी कार्यालय
इन्हें दफ्तर आना होगा
कलक्टरेट के आपदा और न्याय सहायक, प्रशासन से जुड़े सभी स्टेनो, टाइपिस्ट के साथ ही सभी तहसील और ब्लॉक के स्टेनो, टाइपिस्ट, और जिन्हें एसडीएम या बीडीओ बुलाते हैं उन्हें दफ्तर आना होगा। फील्ड के सभी कर्मचारी जैसे एएनएम, आशा, लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, ग्राम सचिव, सफाईकर्मी, एडीओ, अमीन और जिन्हें वरिष्ठ अधिकारी बुलाएं होने आना होगा। इसके साथ ही सभी सरकारी अधिकारी और कर्मचारी जिन्हें दफ्तर आने से छूट है और घर से काम कर रहे हैं वो अपने मोबाइल 24 घंटे चालू रखेंगे। उन्हें कभी भी ड्यूटी पर बुलाया जा सकता है। मोबाइल स्विच ऑफ़ रहा तो वेतन भी कटेगा और विभागीय कार्यवाही भी होगी। इनसे जुड़े बड़े और छोटे वाहनों को चलाने की अनुमति रहेगी। इनसे जुड़े कर्मचारियों के आने जाने की अनुमति रहेगी।